सवरियां के छांव में...
गुलमोहरss लागेलू हमरो सवरियांss...x२
तन पss चहकत चाहे मनके ललकी चिरइयाss
हो गुलमोहर लागेलू हमरो सवरियां...x२
जुदाई तोहार करे छीन मीन जीयरावाs...x२ रउदा में जरे जइसे बलुई दियारवा...x२
तड़पेला हियरा जईसे जल बिन मछरिया
तलैया लागेलू हमरो सवरियां... तल में तैरत चाहे मनके रोहु मछरिया । गुलमोहर लागेलू हमरो सवरियां...
भरी भरी अंखियां तोहके निहरतीss... आरे भरी भरी अंखियां तोहके निहरतींss
अधर मधु से देहियां सिहरतीss... आरे अधर मधु से देहियां सिहरतीss
त सुरमाsss, जस बसss जईतु भर भर नज़रिया
अमरईया लागेलू हमरो सवरियां, बदन पss कुहुकत चाहे मन, बनके कोइलिया..…गुलमोहर लागेलू
चानवा के दिहलू तुहि अंजोरिया...आरे चानवा के दिहलू तुहि अंजोरिया... x२
बदरिया के दिहलू जोन्ही के बजरिया.....x२
त होठवाss तोहार लागे जईसे भोर के किरिनिया
पुरवैय्या लागेलू हमरो सवरियां, चुनरी तोहार लहरे जईसे मातल नगिनियाss... गुलमोहर लागेलू ...२
हो गुलमोहरीss लागेलू ...
सांस लिहलss छोड़ी देतीss, छोड़ती ना साथवा...x२
स्वर्ग ना चाहीं, चांहीss हाथवा में हाथवा.....x२
त देवताss जस बसल बाडू, मन के मंदिरिया....
ह गुलमोहरीss लागेलू....
@Rajneesh Kumar Mishra
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