गुलमोहर

गुलमोहरीss लागेलू हमरी सवरियांss...x२
तन पss चहकत चाहे मनss, बनके चिरइयाss
हो गुलमोहरीss लागेलू हमरी सवरियां....x२

भरी भरी अंखियां तोहके निहरतीss... आरे भरी भरी अंखियां तोहके निहरतींss
मनवा के कोढियाss तोह पर बिखेरतींss...x२             त सुरमाsss, जस बसss जईतु भर भर नज़रिया 
ह गुलमोहरीss लागेलू...... तन पss चहकत चाहे 

चानवा के लागे जईसे दिहलू अजोरिया...आरे चानवा x२
बदरिया के दिहलू जोन्ही के बजरिया.....x२
त होठवाss तोहार लागे जईसे भोर के किरिनिया
ह गुलमोहरीss लागेलू ...

सांस लिहलss छोड़ी देतीss, छोड़ती ना साथवा...x२
स्वर्ग ना चाहीं, चांहीss  हाथवा में हाथवा.....x२
त देवताss जस बसल बाडू, मन के मंदिरिया....
ह गुलमोहरीss लागेलू....
Rajneesh Kumar Mishra





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