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Birdie, The Strongest Snatcher of Liberty !!!

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O Birdie, thou art Her creation for the Vermilion Skies   With deep iridescent black feathers and onyx eyes And a black velvety tail like the veil of the new moon night. Thou hum hymns for Her from here for heavenly delight.  Sky stirs from slumber, stretching and yawning long,  Thou art Nature's grand awakening with thy song  Thine is a soft plumage with pious touch of Him Thine is a dark beak with many layers of His  cream  O Birdie, thou art the mystery of magical mango trees Concealed among crimson and deep green Natural appeas Thou art the swinger of the green jungle's joyous peak Nostalgic child in me remembers thy hide and seek. O Birdie, the best host of all seasons-the Spring  Why thou look'd so poor, the future queen of a king ? How thy hatcher died during thy furious first flight ? How thy cruel caging began with a torturous plight ? Thy fall was seen by a man, a foe of Nature  Who calmly came closer in the ...

मोहे मोहन देखन आयो...

सखी री, मोहे मोहन देखन आयो री । ऐरी सखी, मोरी प्यारी सखी  सखी री, सखी, मोरी भोली सखी,  मोहे मोहन देखन आयो री  हांs, मोहे मोहन देखन आयो री। नील कदम ज्यों पड़े चौखट पर, प्रान प्रवाह त्यों हुआ तन-मन पर । कण-कण, कान्हा ही कान्हा, उगायो री । हां, अंग-अंग अंकुर जगायो री ! सखी री, मोहे मोहन देखन आयो री ! ऐरी सखी, मोरी प्यारी सखी, सखी री, सखी मोरी भोली सखी ।  सखी री, मोरा प्रभुजी देखन आयो री । नीलम काया, कनक कुण्डलs कानन पर स्याह रत्न मुख, प्रभा-पुंज आनन पर । चम-चम, चूम, चक्षु-चोर चौंधियायो री । हां, सहस-बदन, रश्मि-रस, सरसायो री । सखी री, मोहे मोहन देखन आयो री ! ऐरी सखी, मोरी प्यारी सखी, सखी री, सखी मोरी भोली सखी ।  सखी री, मोरा श्रीहरि देखन आयो री । रस भरी नयनन संग, सूरत पर, मोहक मुस्कान, सजल अधरों पर । रची-रची, राम रे, राम सजायो री  हां, मोहक मुस्कान सजायो री  सखी री, मोहे मोहन देखन आयो री  ऐरी सखी, मोरी प्यारी सखी सखी री, सखी मोरी भोली सखी  सखी री, मोरा पिया देखन आयो री  बाबा औरी मैय्या केs बोलनs पर, सोलह श्रृंगार चढ़ा यौवन पर चोरी-चोरी, श्या...

!! भारत-माता, तेरे खातिर !!

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असहाय अब भारत माता, तुम्हें ना रहने दूंगा जिसने तेरा मुकुट छुआ, उसे मरघट में मारूंगा काट काट दानव मुण्डों को, तेरा हवन करूंगा  * काली मैय्या खप्पर तेरा, अब खाली न रहने दूंगा असहाय अब भारत माता, तुम्हें ना रहने दूंगा  जिसने तेरा लाल छुआ, उसे मरघट में मारूंगा गोद का तेरे लल्ला मैय्या, अब बाल कृष्ण बनूंगा  राक्षसी पूतना उद्धार करन को, ज़हर चूस फिर रक्त चूसूंगा अंतिम दम और वीरगति तक, दूध का लाज रखूंगा  * कलाई, गोद, सिंदूर बचाकर, कसाईयों को हलाल करूंगा  असहाय अब भारत माता, तुम्हें ना रहने दूंगा जिसने तेरा मुकुट छुआ, उसे मरघट में मारूंगा दंगाई गर जंग चाहे तो, बारूद की वर्षा करूंगा  हे मैय्या त्रिशूल में तेरे, अब जंग ना लगने दूंगा  पांव महावर, हाथ में मेंहदी, खून से रच-रच दूंगा  * थाल में भाल सजाकर तेरे, चरणों में भेंट करूंगा असहाय अब भारत माता, तुम्हें ना रहने दूंगा जिसने तेरा कोख छुआ, उसे मरघट में मारूंगा आंख तेरा अब और ना माता, ग़म से नम होने दूंगा  परशुराम से फरसा लेकर, बूचड़ का वध करूंगा भोला-भाला लाल हूं तेरा, अब महाकाल बनूंगा ...

रग रग में रंग बसा है... शुभ होली 2025

A।। कारी कारी केशिया गोरी- २ हायss, तोरी श्याम रंग होरी मुझ पर- २ तोरी गोरी गोरी गालों की,  हायss, गेहुआं, रंग होरी मुझ पर- २ अंखियों के लाज लालिमा की- २ हायss, तोरी लाल लाल होरी मुझ पर- २ मधुमास सी अधर सुधा की- २ हायss, गुलाबी रंग होरी मुझ पर ।। कारी कारी केशिया गोरी तोरी श्याम रंग होरी मुझ पर....२ B।। कँचन कानों की कुंडल की- २ हायss, तोरी स्वर्ण रंग होरी मुझ पर- २ नीले नीले गले हार की- २ हायss, तोरी नीली रंग होरी मुझ पर- २ व्याकुल कर दे जो बाजूबंद- २, हायss, उनकीss रौनक, रंग होरी मुझ पर- २ कोमल कटि नशीली नागन सी-२ हायss, चढ़ी नशा रंग होरी मुझ पर- २ ।। कारी कारी केशिया गोरी तोरी श्याम रंग होरी मुझ पर....२ C।। हाथों में मोहक मेंहदी तोरी- २ हायss, चटक मेंहदी रंग होरी मुझ पर- २ तोरी पांवों की पायल की- २ हायss, चढ़ी रजत रंग होरी मुझ पर- २ इस चांद सी दुल्हनियां की- २ हायss, मांग भरी सुहागिन की सिंदूरी रंग होरी मुझ पर- २ तेरे तन-मन यौवन निर्झर की- २ हायss, है झर झर होरी मुझ पर- २।। कारी कारी केशिया गोरी तोरी श्याम रंग होरी मुझ पर....२ D।। हर नर नारी में हर्षा हो- २ हायss, राम रसायन वर्ष...

A Billionaire Bus Porter

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The typical appeal and urge of the bus porter Calling and reminding of stops big and small   In a voice - loud, irritating, cracking reporter  He's lin body, skinny, double bent but was tall  He's worn-torn dress- T-shirt, holed half pant A dirty ripped angocha wrapp'd around his neck. Commanding all road-mates for safety-hunt He's hung like the Albatross at the gate-check Not kill'd but left surviving for his role Who hid him from Him and His blessings? Gray haired seems going to graveyard, the goal Humanity should go for his wound dressings! With sunken eyes, hollow cheeks, a poor soul,  Look'd suck'd but still brisk in getting on and off. His heart is holy as he's out of holding the whole  He celebrates his trips as if he earns more than enough. Shocking my eyes he shared his coins to a beggar  Where many of us, the earners gave ignorance  Some seem'd silent to her cry like that of an egger  The power of the porter lies in his ...

एक नज़्म: आख़िर क्यों?

आख़िर क्यों इतना तड़पती है, दौलत वो दुनियावी नजात के लिए? अगरचे तू भी सुपुर्द-ए-खाँक होगी अकेली मातमी ज़मात के लिए । मोहब्बत का मरहम लाफ़ानी करता है, गर बांट दो हर मज़हब हर जात के लिए । किसी का इन्तकाल हुआ है वहां, बातें हो रही हैं उसके हरेक बात के लिए । तेरी नाज़ वो नखरें, नैन वो नक्श ख़ुदा ने ख़ास बनाया मेरे लिए। मेरे इश्क की आजमाइश तु कर लेकिन बस सुकून के लिए। मैं फ़क़ीर हुं, रूपया वो रकम नहीं है, दिल है और बाहें है आग़ोश के लिए । मैं टूटा हुआ सितारा हुं, चमक उठूंगा, बस एक बार जोड़ दें, ख़ुदा के लिए । मेरी जां, तू वाक़िफ है उसूल-ए-दुनिया से, कब्ज़ के नुस्खे में केले का पेड़ कट जाता है। कसाई को बकरे की हलाली में बोलो कब तरस आता है? यूं तो हसीं है लाखों इस दुनिया में, पर हर कोई दिल को रास कहां आता है? मोहब्बत-ए-फ़क़ीर को ख़बर है कि हर पैदाइश में मोहब्बत नसीब नहीं हो पाता है। हुस्न-ए-नूर, तुझे मेरे दर्द-ए-दिल का एहसास क्या होगा? मरीज़-ए-इश्क जिएं या मर जाएं पत्थर-ए-दिल को फ़र्क क्या होगा? दरिया के बाहर तड़पते मछली की दीदार से, मछुआरे को क्या होगा? फव्वारे से भरा गुब्बारे का इंसा, बोल तु...

मतदाता जागरण गीत

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चल चलीं सभेँ, तs चल चलीं सभेँ, हतs चल चलीं सभेँ  मतदान केंदरवा पर, हजी मतदान केंदरवा पर... बूथवा पs जाके भोटावा गिरायीं-२ विकास के गंगा में डुबकी लगाईं -२ बचालीं जी देशवा कपटी छलिया सेs... तs चल चलीं सभेँ, हतs चल चलीं सभेँ, मतदान केंदरवा पर... आईगइल बा चुनावs के समईया- २  सोच समझs के भोट दिहs हो भैया- २ छालs ओढ़लेबा बाघवा दुधारू गईया केs... तs चल चलीं सभेँ, तs चल चलीं सभेँ, हतs चल चलीं सभेँ  मतदान केंदरवा पर, हजी मतदान केंदरवा पर... अगर, देशवा ह नाव त रउरे खेवैय्या- २ नेता ना बेटा मांगेली भारत मैय्या-२ भोटवा के चोटावा से मारीं चईया केs... तs चल चलीं सभेँ, तs चल चलीं सभेँ, हतs चल चलीं सभेँ  मतदान केंदरवा पर, हजी मतदान केंदरवा पर... मास- मछरी, अण्डा पर भोट जे गिराई - २ गिद्ध बनी राजा देश नोच नोच खाई- २ मत के क़ीमत तू पुछिहs अंतर मनवा से... तs चल चलीं सभेँ, तs चल चलीं सभेँ, हतs चल चलीं सभेँ  मतदान केंदरवा पर, हजी मतदान केंदरवा पर... गांव आ नगर तरक्की यदि चाहीँ- २ लालच में भईया पड़ीहs तू नाहीं- २ राम राज आई रावण मारलाs से... तs चल चलीं सभेँ, तs चल चलीं स...